नेपाल का संविधान : हेनान से लुम्बनी
सारी, वैमनस्य,भेदभाव और खास दबंगता से भरा नेपाल का संविधान लाख विरोधों के बाद भी चीन के हेनान से बुद्ध के लुम्बनी के बीच एक deal के रूप में बन ही गया।सभी प्रकार के सांस्कृतिक, परंपरा और बेटी-रोटी के संबंधों को ठुकरा कर आज का नया नेपाली संविधान "लुम्बनी से सारनाथ" और "जनकपुर से अयोध्या" की जन भावनाओं पर प्रत्यक्षतः एक भीषण कुठाराघात करते हुए उभर कर सामने आया। आज का तराई-मधेश का संघर्ष इसी कुठाराघात की असह्य वेदना का प्रतिफल है।
चीन का झिजियांग और फुजियान प्रान्त आज पश्चिमी सभ्यता के प्रभाव से आच्छादित है।,जिसमें धार्मिक असहिष्णुता की चीन की कम्युनिष्ट पार्टी के सरकारी दबाव की नीतियों के बावजूद भी 30 वर्ष के आयु के 25% युवा ईसाईयत से प्रभावित हैं,आबादी का 40% बौद्ध मत का अनुयावी है।
चीन आज अपने को दक्षिण पूर्व एशिया में एक Soft Power बनने के लिए अपने पूर्व...